पवनह्रद तीर्थ, पबनावा
पवनह्रद का शाब्दिक अर्थ है पवन देवता से सम्बंधित सरोवर | पवन देवता से सम्बंधित होने के कारण ही इस तीर्थ का नाम पवनह्रद पड़ा | इसी प्रकार पवनाब (पवन + आब) का शाब्दिक अर्थ भी पवन से सम्बंधित जलाशय है | इसी कारण ऐसा प्रतीत होता है कि कालांतर में इस ग्राम का नाम पवनाब से अपभ्रश होकर पबनावा पड़ा है |
इस तीर्थ का वर्णन महाभारत, पद्म पुराण तथा वामन पुराण में मिलता है | जहाँ महाभारत में इसे पवन देवता से सम्बंधित बताया गया है वहीं वामन पुराण इसका सम्बद्ध महादेव एंव पवन देवता से स्थापित करता है जबकि पद्म पुराण में इसका सम्बन्ध महर्षि दधीचि से जोड़ा गया है |
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
कैथल से निकटतम हवाई अड्डा चंडीगढ़ है जो लगभग है 120 किमी दूर है | इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, दिल्ली 190.6 किलोमीटर दूर है।
ट्रेन द्वारा
रेलवे स्टेशन, कैथल पबनावा से 32 किमी दूर है।
सड़क के द्वारा
कैथल से पबनावा की दूरी 29.8 किमी है और पबनावा पहुंचने में 40 मिनट लगते हैं।