नैमिष तीर्थ, नौच
नैमिष तीर्थ स्थित मंदिर एंव घाट, नौच
नैमिष नामक यह तीर्थ कैथल से लगभग 17 कि.मी. दूर कैथल-पिहोवा मार्ग पर नौच ग्राम में स्थित है। महाभारत के आदि पर्व में यह उल्लेख है कि नैमिषारण्य में ऋषियों की प्रेरणा से सौति ने महाभारत की सम्पूर्ण कथा सुनाई थी। महाभारत काल में इस का महत्त्व इतना अधिक था कि पृथ्वी के समस्त तीर्थों को यहाँ विद्यमान समझा जाता था। महाभारत वन पर्व में नैमिष कुंज नामक एक प्राचीन तीर्थ का वर्णन है जिसका निर्माण नैमिषारण्य में निवास करने वाले मुनियों ने किया था।
महाभारत वन पर्व के 84वें अध्याय में नैमिष तीर्थ के महत्त्व का बड़ा ही विस्तारपूर्वक वर्णन है जिसके अनुसार नैमिष तीर्थ सिद्धों के द्वारा सेवित एवं पुण्यमयी तीर्थ है जहाँ देवताओं के साथ ब्रह्मा नित्य निवास करते हैं। नैमिष मंे प्रवेश करने वाले मनुष्य के आधे पाप उसी क्षण नष्ट हो जाते हैं तथा मनुष्य समस्त पापों से मुक्त हो जाता है। इस तीर्थ में उपवासपूर्वक प्राण त्यागने वाला व्यक्ति समस्त पुण्यलोकों में आनन्द का अनुभव करता है। नैमिष तीर्थ नित्य पवित्र और पुण्यजनक है।
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
कैथल से निकटतम हवाई अड्डा चंडीगढ़ है जो लगभग है 120 किमी दूर है | इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, दिल्ली 190.6 किलोमीटर दूर है।
ट्रेन द्वारा
कैथल रेलवे स्टेशन नौच से लगभग 21 किलोमीटर दूर है।
सड़क के द्वारा
कैथल से नौच की दूरी 19 किमी है और नौच पहुंचने में 28 मिनट लगते हैं।